ये है देश के सबसे अमीर मंदिर, जहां पैसों से लेकर हीरे जवाहरात तक चढावा करते हैं भक्त

भारत मे ऐसे बहुत सारे मंदिर है जिनको बहुत सारा चढ़ावा आता है लेकिन इनमे से कुछ विश्व प्रसिद्ध है क्युकी इन मंदिरों मे बहुत सारे सोने हीरे और जवाहरात भरे पड़े है इन्ही मे से आज हम 10 मंदिरों का चर्चा करेंगे जो विश्व मे सबसे अमीर मंदिर कहे जाते है ।
भारत के सबसे अमीर मंदिर
सोने और अन्य कीमती धातुओं और पत्थरों की विशाल संपत्ति के कारण भारत को प्राचीन काल से सोने की चिड़िया कहा जाता है। विदेशी आक्रमणों और देश को लूटने के प्रयासों के बावजूद, अभी भी कई मंदिर अरबों रुपये के गहनों और हीरे ज्वाहरात से भरे हुए हैं। ये मंदिर लोगों की आस्था के प्रतीक हैं और हर साल लाखों लोग दर्शन करने आते हैं और अपनी मनोकामना पूरी होने पर दान कर के जाते है। इन मंदिरों में हर साल करोड़ों रुपए का चढ़ावे आते हैं। आइए जानते हैं देश में ऐसे कौन से मंदिर हैं।
पद्मनाभन स्वामी मंदिर
तिरुवनंतपुरम का पद्मनाभन स्वामी मंदिर देश के सबसे अमीर मंदिरों में से एक है। यह 2011 में तब चर्चा में आया जब इसके छह दरवाजे खोले गए और बड़ी मात्रा में सोना,हीरे और अन्य कीमती रत्न पाए गए। इन खजानों की कीमत करीब 20 अरब डॉलर आंकी गई है। मंदिर के सातवें द्वार को खोलने की अनुमति अभी सुप्रीम कोर्ट ने नहीं दी है लेकिन इसके और भी अधिक खजाने से भरे होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इस मंदिर का रखरखाव त्रावणकोर राजपरिवार द्वारा किया जाता है। मंदिर के खजाने में कीमती सोने की मूर्तियाँ,हीरे जवाहरात,18 फुट लंबी सोने की चेन और अन्य गहने मिले हैं जिनकी कीमत अरबों रुपये है। मंदिर में भगवान विष्णु की एक सोने की मूर्ति भी है जिसकी कीमत 500 करोड़ से अधिक है।

तिरुपति बालाजी
तिरुपति बालाजी मंदिर भारत के सबसे अमीर मंदिरों में से एक है जो श्री रंगनाथस्वामी मंदिर के बाद दूसरा है। यह मंदिर आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में तिरुमाला पर्वत पर स्थित है और भगवान विष्णु को समर्पित है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान श्री वेंकटेश्वर अपनी पत्नी पद्मावती के साथ यहां निवास करते हैं। यह मंदिर अपने चमत्कारों और रहस्यों के लिए विश्व प्रसिद्ध है। मंदिर में हर दिन लाखों रुपए का चढ़ावा चढ़ाया जाता है और हर साल करीब 650 करोड़ रुपए का दान दिया जाता है। मंदिर के पास करीब 9 टन सोने का भंडार और 14 हजार करोड़ रुपए के फिक्स्ड डिपॉजिट हैं।

सिद्धि विनायक मंदिर
मुंबई में श्री सिद्धि विनायक मंदिर देश के सबसे लोकप्रिय मंदिरों में से एक है जो हर साल लाखों भक्तों और विभिन्न हस्तियों को आकर्षित करता है। मंदिर के दीवार 3.7 किलो सोने में लेपित है, जिसे कोलकाता के एक व्यापारी ने चढ़ावे के रूप मे करवाया और यह मंदिर हर साल दान में लगभग 125 करोड़ प्राप्त करता है।

शिरडी के साईं बाबा
शिरडी में साईं बाबा मंदिर धार्मिक आस्था का एक प्रमुख केंद्र है जो हर साल बड़ी संख्या में भक्तों को आकर्षित करता है। विभिन्न मीडिया रिपोर्टों के अनुसार मंदिर में 380 किलो सोना, 4000 किलो चांदी और डॉलर और पाउंड सहित विभिन्न देशों की मुद्राओं के साथ-साथ कुल 1,800 करोड़ रुपये की नकदी जमा है।

माता वैष्णव देवी मंदिर
माता वैष्णव देवी मंदिर भारत में सबसे प्रसिद्ध और सबसे अमीर मंदिरों में से एक है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह हर साल करीब 500 करोड़ रुपये की कमाई करता है। जिससे यह देश के सबसे अमीर मंदिरों में से एक है। देश-विदेश से लाखों भक्त हर साल मंदिर में पूजा करने और दान करने के लिए आते हैं, इससे जम्मू की अर्थव्यवस्था में योगदान करते हैं।

जगन्नाथ मंदिर
ओडिशा के पुरी में जगन्नाथ मंदिर हिंदुओं के चार सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक है। यह मंदिर भगवान विष्णु के 8वें अवतार श्री कृष्ण को समर्पित है। समुद्र के किनारे स्थित और विश्व प्रसिद्ध इस मंदिर से कई चमत्कार जुड़े हुए हैं। हर साल लाखों भक्त यहां दर्शन के लिए आते हैं। विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मंदिर में करीब 100 किलो सोना और चांदी का कीमती सामान है।

भगवान विश्वनाथ का मंदिर
वाराणसी में भगवान विश्वनाथ का मंदिर विश्व के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है और इसी मंदिर के कारण वाराणसी विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में प्रमुख स्थान रखता है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इसीलिए इसे शिव की नगरी कहा जाता है। इस मंदिर में हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। इस मंदिर में हर साल 50 लाख से ज्यादा देशी और करीब 2-3 लाख विदेशी पर्यटक आते हैं। इस मंदिर में हर साल 4 से 5 करोड़ रुपए का चढ़ावा आता है। इस मंदिर के 3 गुंबद हैं, जिनमें से 2 पर सोने का मढ़ा गया है।

सोमनाथ मंदिर
गुजरात के सौराष्ट्र में स्थित सोमनाथ मंदिर देश के सबसे अमीर मंदिरों में से एक है क्योंकि यहां हर साल बड़ी संख्या में चढ़ावा आता है। मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और उन्हें समर्पित 11 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। विदेशी आक्रमणकारी महमूद गजनवी द्वारा मंदिर पर 17 बार हमला किया गया जिसने हर बार इसे लूटने का असफल प्रयास किया। कहा जाता है कि गजनवी के आक्रमण के दौरान मंदिर की सीढ़ियां भी सोने की बनी थीं।

मीनाक्षी मंदिर
दक्षिण भारत का मीनाक्षी मंदिर देश के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है जहां हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन दर्शन के लिए आते हैं। ऐसा अनुमान है कि 20-30 हजार लोग प्रतिदिन मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं और बड़ा दान करते हैं। विभिन्न मीडिया रिपोर्टों से पता चलता है कि मंदिर को हर साल 6-7 करोड़ रुपये दान में मिलते हैं।
