मारुति ने कामराजर बंदरगाह से किया 5 साल का कान्ट्रैक्ट, निर्यात के लिए उठाया बड़ा कदम
मारुति सुजुकी इंडिया (MSI) ने अपने यात्री वाहनों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में निर्यात करने के लिए कामराजर पोर्ट लिमिटेड के साथ पांच साल के समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता दिसंबर, 2022 से शुरू हो रहा है।

मारुति सुजुकी इंडिया ने घोषणा की
गुरुवार को, मारुति सुजुकी इंडिया (MSI) ने घोषणा की कि उसने अपने यात्री वाहनों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में निर्यात करने के लिए कामराजर पोर्ट लिमिटेड के साथ पांच साल के समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता 22 दिसंबर, 2022 को शुरू हुआ था।
इस समझौते के तहत मारुति ने कहा कि कंपनी कामराजार बंदरगाह के जरिए दुनिया के कई अलग-अलग हिस्सों में उत्पादों का निर्यात करेगी। जैसे :- उत्तरी अमेरिका,आसियान , एशिया के देश , ओशेनिया और दक्षेश क्षेत्र इत्यादि ।

हर साल करीब 20,000 कारें इस बंदरगाह से निकलेंगी। बंदरगाह ने वाहन लदान के लिए विशेष व्यवस्था की है।
कंपनी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हिसाशी टेकूची ने कहा कि कामराजर पोर्ट से चीजों का निर्यात शुरू करने से हमें व्यापक दर्शकों तक पहुंचने में मदद मिलेगी और इससे अन्य बंदरगाहों पर जगह खाली करने में भी मदद मिलेगी। अभी, कंपनी उल्लिखित तीनों बंदरगाहों से वाहनों का निर्यात करती है।
2021-22 में, मारुति सुजुकी ने 100 से अधिक देशों को 2.38 लाख से अधिक वाहनों का निर्यात किया। इसकी मुंबई पोर्ट, मुद्रा पोर्ट और पिपावाव पोर्ट से निर्यात जारी रखने की योजना है।
कामराजार पोर्ट लिमिटेड के सीईओ सुनील पालीवाल ने कहा कि मारुति सुजुकी भारत के निर्यात के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण कंपनी है, और उनके रिश्ते से कामराजार पोर्ट को अपने परिचालन का विस्तार करने में मदद मिलेगी।